Our Authors

सब कुछ देखें

Articles by जेम्स बैंक्स

परमेश्वर के सामने चुप रहना

एक जीवित व्यक्ति की पहली तस्वीर 1838 में लुई डागुएरे द्वारा ली गयी थी l तस्वीर में दोपहर के मध्य पेरिस में अन्यथा खाली सड़क पर एक आकृति को दर्शाया गया है l लेकिन इसके बारे में एक स्पष्ट रहस्य है; सड़क और फुटपाथों पर दिन के उस समय गाड़ियों और पैदल चलने वालों के यातायात से हलचल होनी चाहिए थी, फिर भी कोई दिखाई नहीं देता है l 

वह आदमी अकेला नहीं था l लोग और घोड़े भी बुलवर्ड ड्यू टेम्पल(Boulevard du Temple) में मौजूद थे, वह लोकप्रिय क्षेत्र जहाँ यह तस्वीर ली गयी थी l वे तस्वीर में दिखे ही नहीं l तस्वीर को तैयार करने के लिए संसर्ग समय(exposure)(जिसे डागरेरोटाइप के रूप में जाना जाता है) को एक छवि लेने में सात मिनट लग गए, जो उस समय के दौरान स्थिर/अचल रहना था l ऐसा प्रतीत होता है कि फूटपाथ पर मौजूद व्यक्ति अकेला व्यक्ति था जिसकी फोटो खिंची गयी थी क्योकि वह ही स्थिर खड़ा था—वह अपने जूते पोलिश करा रहा था l 

कभी-कभी स्थिरता वह कर देती है जो गति और प्रयास नहीं कर सकते l भजन 46:10 में परमेश्वर अपने लोगों से कहता है, “चुप हो जाओ और जान लो कि मैं ही परमेश्वर हूँ l” यहाँ तक कि जब राष्ट्र “झल्ला उठते हैं” (पद.6) और “पृथ्वी” चाहे उलट जाए (पद.2), तब भी जो चुपचाप उस पर भरोसा करते हैं, वे उसमें “अति सहज से मिलनेवाला सहायक” पाएँगे (पद.1) 

इब्रानी भाषा की क्रिया(verb) “चुप रहो” का अनुवाद “प्रयास करना बंद करो” भी किया जा सकता है l जब हम अपने सीमित प्रयासों पर निर्भर रहने के बजाय परमेश्वर में विश्राम करते हैं, तो हम पाते हैं कि वह हमारा अजेय “शरणस्थान और बल” हैI (पद.1)  

परमेश्वर की सुनना

जब मैं कॉलेज जाने के लिए गाड़ी चला रहा था और फिर वापसी में घर लौट रहा था, तो रेगिस्तान में हमारे घर की ओर जाने वाली सड़क कष्टदायी रूप से बेहद निष्क्रय और सुस्त लग रही थी l क्योकि यह सड़क लम्बी और सीधी थी, मैंने पाया कि मैं एक से अधिक बार तेज़ गति से गाड़ी चला रहा था l सबसे पहले, मुझे राजमार्ग गश्ती(highway patrol) से चेतावनी दी गयी l उस समय मुझे जुर्माना देना पड़ा l फिर मुझे उसी स्थान पर दूसरी बार तलब किया गया l 

सुनने से इनकार करने के दुर्भाग्यपूर्ण परिणाम हो सकते हैं l इसका एक दुखद उदाहरण एक अच्छे और विश्वासयोग्य राजा योशिय्याह के जीवन से है l जब मिस्र का राजा नको बाबुल के विरुद्ध युद्ध में अश्शुर की सहायता करने को यहूदा के देश में होकर गया, तब योशिय्याह उसका मुकाबला करने को निकला l नको ने दूतों से योशिय्याह को यह कहला भेजा, “परमेश्वर ने मुझे फुर्ती करने को कहा है l इसलिए परमेश्वर जो मेरे संग है, उससे अलग रह” (2 इतहास 35:21)परमेश्वर ने वास्तव में नको को भेजा था, परन्तु योशिय्याह ने “नको के उन वचनों को नहीं माना जो उसने परमेश्वर की ओर से कहे थे, और मगिद्दो की तराई में उससे युद्ध करने को गया” (पद.22) युद्ध में योशिय्याह घातक रूप से घायल हो गया, “और यहूदियों और यरूशलेमियों ने . . . उसके लिए विलाप कियाI” (पद.24) 

योशिय्याह, जो परमेश्वर से प्रेम करता था, उसने पाया कि उसकी परमेश्वर की बात सुनने या दूसरों के द्वारा उसकी बुद्धि को सुनने के लिए समय निकाले बिना अपने तरीके पर ज़ोर देना कभी भी अच्छा नहीं होता l ईश्वर हमें वह विनम्रता प्रदान करे जिसकी हमें हमेशा अपने आप को जांचने और उसकी बुद्धि को अपने हृदय में धारण करने की ज़रूरत है l 

एक लंगूर, एक गदही, और मैं

जैक जानता था कि ट्रेनों को सही रास्ते पर कैसे लाया जाता है। नौ वर्षों के काम में, वह कभी भी ट्रैक स्विच करने से नहीं चूके जैसे लोकोमोटिव यूटेनहागे, दक्षिण अफ्रीका, स्टेशन के नज़दीक आते थे,और अपनी सीटी से संकेत करते थे कि उन्हें किस दिशा में जाना है।

जैक एक चकमा लंगूर भी था। उसकी देखभाल रेलवे सिग्नलमैन जेम्स वाइड द्वारा की जाती थी, और बदले में जैक ने जेम्स की देखभाल की। चलती रेल कारों के बीच गिरने से वाइड ने अपने दोनों पैर खो दिए थे। उसने जैक को घर के आसपास के कार्यों में मदद करने के लिए प्रशिक्षित किया और जल्द ही जैक ने काम में भी उसकी सहायता की, यह सीखते हुए कि आने वाली ट्रेनों के संकेतों का जवाब उनकी पटरियों के लिए संबंधित लीवर को खींचकर कैसे दिया जाए।

बाइबल एक और जानवर के बारे में बताती है जिसने आश्चर्यजनक तरीके से किसी की मदद की—बिलाम का गदही। बिलाम एक राजा की सेवा करने वाला मूर्तिपूजक भविष्यद्वक्ता था जो इस्राएल को हानि पहुँचाना चाहता था। जब बिलाम अपनी गदही पर सवार होकर राजा की सहायता करने के मार्ग में जा रहा था, तब "यहोवा ने गदही का मुंह खोल दिया" और वह बिलाम से बोली (गिनती 22:28) गदही का भाषण उस तरीके का हिस्सा था जिस तरह से परमेश्वर ने "बिलाम की आंखें" खोली (पद. 31) उसे निकटस्थ खतरे की चेतावनी दी, और उसे अपने लोगों को नुकसान पहुंचाने से रोका।

एक रेलवे का लंगूर? एक बोलने वाली गदही? क्यों नहीं? यदि परमेश्वर इन अद्भुत जानवरों का उपयोग अच्छे उद्देश्यों के लिए कर सकता है, तो यह विश्वास करना अवास्तविक/अस्वाभाविक नहीं है कि वह आपको और मुझे भी उपयोग कर सकता है। उसकी ओर देखते हुए और उसकी सामर्थ्य की खोज करते हुए, हम जितना हमने सोचा था उससे कहीं अधिक प्राप्त कर सकते हैं।

आशीर्वाद का पालनकर्ता

15 जनवरी, 1919 को संयुक्त राज्य अमेरिका के बोस्टन में कच्ची चीनी की चाशनी से भरा एक विशाल टैंक फट गया। 75 लाख लीटर से अधिक कच्ची चीनी की पन्द्रह फुट की लहर 30 मील प्रति घंटे से अधिक की गति से सड़क पर बहती हुई, रेलकार, इमारतों, लोगों और जानवरों को बहा ले गई। कच्चा चीनी सिरप काफी हानिरहित लग सकता है, लेकिन उस दिन यह घातक था — 150 या अधिक घायल होने के साथ 21 लोगों की जान चली गई।

कभी कभी अच्छी चीजें भी, जैसे कि कच्ची चीनी की चाशनी हमें अप्रत्याशित रूप से अभिभूत कर सकती हैं। इस्राएलियों के उस देश में प्रवेश करने से पहले जिसकी प्रतिज्ञा परमेश्वर ने उनसे की थी, मूसा ने लोगों को सावधान रहने की चेतावनी दी कि वे जो अच्छी वस्तुएँ प्राप्त करेंगे उनका श्रेय न लें “ऐसा न हो कि जब तू खाकर तृप्त हो, और अच्छे अच्छे घर बनाकर उन में रहने लगे, और तेरी गाय, बैलों और भेड़ बकरियों की बढ़ती हो, और तेरा सोना ,चांदी, और तेरा सब प्रकार का धन बढ़ जाए, तब तेरे मन में अहंकार समा जाए, और तू अपने परमेश्वर यहोवा को भूल जाए, जो तुझ को दासत्व के घर अर्थात् मिस्र देश से निकाल लाया है। और कहीं ऐसा न हो कि तू सोचने लगे, कि यह सम्पत्ति मेरे ही सामर्थ्य और मेरे ही भुजबल से मुझे प्राप्त हुई। परन्तु तू अपने परमेश्वर यहोवा को स्मरण रखना, क्योंकि वही है जो तुझे सम्पति प्राप्त करने का सामर्थ्य इसलिये देता है कि जो वाचा उस ने तेरे पूर्वजों से शपथ खाकर बान्धी थी उसको पूरा करे, जैसा आज प्रगट है।  (व्यवस्था विवरण 8: 12 –14, 17 –18)



सभी अच्छी चीज़ें  जिनमें शारीरिक स्वास्थ्य और जीविकोपार्जन के लिए ज़रूरी कौशल शामिल हैं  हमारे प्यारे परमेश्वर के हाथों की आशीषें हैं। यहां तक कि जब हमने कड़ी मेहनत की है, यह वही है जो हमें सम्भालता है। खुले हाथों से अपनी आशीषों को थामें ताकि हम परमेश्वर की कृपा के लिए उसकी स्तुति कर सकें! 

खोना, पाना, आनन्द करना

वे मुझे रिंगमास्टर कहते हैं। इस साल अब तक मैंने 167 खोई हुई अंगूठियां पाई हैं।

अपनी पत्नी कैरी के साथ समुद्र तट पर टहलने के दौरान, हमने एक वृद्ध व्यक्ति के साथ बातचीत की, जो सर्फ लाइन के ठीक नीचे के क्षेत्र की बारीकी से जांच करने के लिए मेटल डिटेक्टर (धातू संसूचक) का उपयोग कर रहा था। उन्होंने समझाया, “कभी कभी अंगूठियों पर उनके नाम होते हैं, और जब मैं उन्हें लौटाता हूं तो मुझे उनके मालिकों के चेहरे देखना अच्छा लगता है। मैं ऑनलाइन पोस्ट करता हूं और यह देखने के लिए जांच करता हूं कि क्या किसी ने खोया–पाया विभाग से संपर्क किया। मैंने वर्षों से खोई हुई  अंगूठियां पाई हैं।” जब हमने बताया  कि मुझे भी मेटल डिटेक्टर से चीजें ढूंढने में मजा आता हैए लेकिन मैंने अक्सर ऐसा नहीं किया, तो उन्होंने जाते समय मुझ से कहा था “जब तक  करते नहीं तब तक आप कभी नहीं जानते!”

हम लूका 15 में एक अन्य प्रकार की “खोज और बचाव”  पाते हैं। यीशु की आलोचना उन लोगों की परवाह करने के लिए की गई थी जो परमेश्वर से दूर थे (पद 1–2) । जवाब में, उसने खोई हुई और फिर पाई गई चीज़ों के बारे में तीन कहानियाँ सुनाईं—एक भेड़, एक सिक्का और एक बेटा। वह आदमी जिसे अपनी  खोई हुई भेड़ मिल जाती है, “तब वह बड़े आनन्द से उसे अपने कंधों पर उठा लेता  है और घर में आकर अपने मित्रों और पड़ोसियों को एक साथ बुलाकर कहता है, मेरे साथ आनन्द करो क्योंकि मेरी खोई हुई भेड़ मिल गई है” (लूका 15:5–6) । सभी कहानियाँ अंततः मसीह के लिए खोए हुए लोगों को खोजने के बारे में, और  उस आनंद के बारे में है जो  तब मिलता है जब वे उसमें पाये जाते  हैं।

यीशु खोये हुओं को ढूँढ़ने और उनका उद्धार करने (19:10) आया, और वह हमें  अपना अनुसरण करने के लिये बुलाता है कि हम लोगों को परमेश्वर के पास वापिस लाने के लिसे उनसे प्रेम करें। (देखें मत्ती 28:19)। दूसरों को उसकी ओर मुड़ते देखने का आनंद इंतजार कर रहा है। जब तक हम नहीं जा कर यह नहीं करते  हम कभी नहीं जान पाएंगे।

क़ीमती प्रार्थना

क्लार्क का सरौता एक अद्भुत पक्षी है। हर साल चार या पांच सफेद छाल देवदार बीजों के छोटे कैश को छुपाकर सर्दी की तैयारी करता है, प्रति घंटे पांच सौ बीज। फिर महीनों बाद, वह भारी बर्फ के नीचे भी बीज को उजागर करने के लिए लौटता है, एक क्लार्क का सरौता को दस हजार स्थानों तक याद हो सकते है जहां उसने बीज छिपाए हैं- एक आश्चर्यजनक उपलब्धि (जब आप उस कठिनाई पर विचार करते हैं जो हम मनुष्यों में विशेषकर अपनी कार की चाभियाँ या चश्मे के स्थान को याद रखने में हो सकती है)।

लेकिन परमेश्वर की हमारी प्रार्थनाओं को याद करने की क्षमता की तुलना में स्मृति का यह अविश्वसनीय कार्य भी फीका पड़ जाता है। वह हर सच्ची प्रार्थना पर नज़र रखने और वर्षों बाद भी उन्हें याद रखने और उनका जवाब देने में सक्षम है। प्रकाशितवाक्य की पुस्तक में, प्रेरित यूहन्ना “चार प्राणी” और “चौबीस प्राचीन” को स्वर्ग में परमेश्वर की आराधना करते हुए वर्णन करता है। “उनमें से हर एक के हाथ में वीणा और धूप, जो पवित्र लोगों की प्रार्थनाएँ हैं, से भरे हुए सोने के कटोरे थे।” (5:8)।

जिस प्रकार प्राचीन काल में धूप अनमोल थी, उसी प्रकार हमारी प्रार्थनाएं परमेश्वर के लिए अनमोल है कि वह नित्य उन्हें अपने सामने सोने के कटोरे में रखते हैं। हमारी प्रार्थनाएं परमेश्वर को मायने रहता हैं क्योंकि हम उनके लिए मायने रखते हैं, और यीशु में हम पर उसके अनुग्रह के द्वारा वह हमें निर्बाध पहुंच प्रदान करते हैं (इब्रानियों 4:14-16)। तो निडर होकर प्रार्थना करो! और यह जाने की परमेश्वर के अद्भुत प्रेम के कारण एक भी शब्द भुला नहीं जायेगा।

परमेश्वर का वचन समझना

कठोर सर्दियों के विरुद्ध ढलुआ लोहे का एक खुरदरा छल्ला मेरे चाचा के पुराने फार्महाउस की चौखट पर लटका हुआ था l सौ फीट से अधिक दूरी पर एक और छल्ला था, जो डेरी खलिहान(डेरी बार्न/dairy barn) से जुड़ा हुआ था l बर्फीले तूफ़ान के आने पर मेरे चाचा दोनों छल्लों के बीच एक रस्सी बाँध दिया करते थे ताकि उन्हें घर और खलिहान के बीच का रास्ता ज्ञात रहे l रस्सी को मजबूती से पकड़े रहने के कारण वह अत्यधिक बर्फ में दिखाई न देने वाली स्थिति में भी अपना रास्ता नहीं भूलते थे l 

मेरे चाचा द्वारा बर्फीले तूफ़ान में एक सुरक्षा रस्सी का उपयोग मुझे स्मरण दिलाता है कि किस तरह दाऊद ने  इब्रानी भाषा में रची कविता की पंक्तियों का उपयोग यह पता लगाने के लिए किया था कि कैसे परमेश्वर की बुद्धि हमें जीवन में मार्गदर्शन करती है और हमें पाप और गलतियों से बचाती है : “यहोवा के नियम सत्य और पूरी रीति से धर्ममय हैं l वे तो सोने से और बहुत कुंदन से भी बढ़कर मनोहर हैं; वे मधु से और टपकनेवाले छत्ते से भी बढ़कर मधुर हैं l उन्हीं से तेरा दास चिताया जाता है; उनके पालन करने से बड़ा ही प्रतिफल मिलता हैl” (भजन 19:9-11) 

परमेश्वर के आत्मा द्वारा हमारे हृदयों में कार्य कर रहे धर्मशास्त्र (बाइबल धर्मशास्त्र (बाइबल) सच्चाइयों की एक दृढ़ समझ हमें अपने रास्ते से भटकने से बचाती है और हमें ऐसे निर्णय लेने में सहायता करती है जिससे परमेश्वर और दूसरों का सम्मान होता है l धर्मशास्त्र (बाइबल) हमें परमेश्वर से भटकने के खिलाफ चेतावनी देती है और हमें सही रास्ता दिखाती है l यह हमें हमारे उद्धारकर्ता के अमूल्य प्रेम और उन सभी आशीषों के बारे में बताती है जो उस पर विश्वास रखनेवालों के लिए हैं l बाइबल एक जीवनरेखा है! इसे हमेशा दृढ़ता से पकड़े रहने में परमेश्वर हमारी मदद करें l 

हमारे दिल का सच्चा घर

जब वे घर से 2,200 मील से अधिक की दूरी पर एक साथ गर्मी की छुट्टी पर थे, "बॉबी द वंडर डॉग" अपने परिवार से अलग हो गया था। परिवार ने अपने प्यारे पालतू जानवर को हर जगह खोजा लेकिन उसके बिना टूटे दिल के साथ वापस लौटे।

छह महीने बाद, सर्दियों के अंत की ओर, एक बिखरी हालत में लेकिन दृढ़ निश्चय बॉबी उनके दरवाजे पर पहुँचा। बॉबी ने किसी तरह लंबी और खतरनाक ट्रेकिंग की, नदियों, रेगिस्तानों और बर्फ से ढके पहाड़ों को पार करते हुए अपने प्रियजनों के घर जाने का रास्ता खोजा।

बॉबी की खोज ने उसके गृहनगर में किताबों, फिल्मों और एक भित्ति चित्र को प्रेरित किया। उसकी लगन दिल के तारों को छू लेती है, शायद इसलिए कि परमेश्वर ने हमारे हृदयों में और भी गहरी लालसा रखी है। प्राचीन धर्मशास्त्री ऑगस्टाइन ने इसे इस तरह वर्णित किया: “तूने हमें अपने लिए बनाया है, और जब तक हम तुझ में विश्राम न पाए तब तक हमारे हृदय बेचैन हैं।” दाऊद ने यहूदा के जंगल में अपने पीछा करने वालों से छिपते हुए प्रार्थना में यही लालसा अर्थपूर्ण ढंग से व्यक्त की थी: “हे परमेश्वर, तू मेरा परमेश्वर है, मैं तुझे यत्न से ढूँढ़ूँगा; सूखी और निर्जल ऊसर भूमि पर, मेरा मन तेरा प्यासा है, मेरा शरीर तेरा अति अभिलाषी है” (भजन 63:1)।

दाऊद ने परमेश्वर की स्तुति की क्योंकि उसकी "करुणा जीवन से भी उत्तम है" (पद 3)। उसे जानने की तुलना में कुछ भी नहीं है! यीशु के द्वारा, परमेश्वर ने हमें खोजा और हमारे लिए उसके सिद्ध प्रेम के घर आने का मार्ग बनाया - चाहे हम पहले कितने भी दूर क्यों न रहे हों। जैसे हम उसकी ओर मुड़ते हैं, हम अपने हृदय का सच्चा घर पाते हैं।

कल्पनीय विश्वास

जैसा हम आने वाले तूफान से पहले युवा सन्टी को हवा में झुकते हुए देखा। “देखो, पापा! वह पेड़ परमेश्वर को इशारा कर रहें है!” मेरे पोते के उत्साहित अवलोकन ने मुझे मुस्कुरा दिया। इसने मुझे खुद से यह पूछने को मजबूर किया की, क्या मेरे पास उस तरह का कल्पनाशील विश्वास है?

मूसा और उस जलती झाड़ी के कहानी को प्रतिबिम्बित करते हुए, कवि एलिजाबेथ बैरेट ब्राउनिंग ने लिखा कि पृथ्वी स्वर्ग से भरा हुआ है, और हर आम झाड़ी ईश्वर के आग से जलती है, लेकिन केवल वह जो देख पाता है, अपने जूते उतरता है”, परमेश्वर ने जो कुछ बनाया है उसके चमत्कारों में हमारे चारों ओर परमेश्वर की हस्तकला स्पष्ट है, और एक दिन जब पृथ्वी नया बनाया जायेगा, हम जैसा उसे पहले कभी नहीं देखा था देखेंगे।

परमेश्वर हमें इस दिन के बारे में बताता है जब उन्होंने यशायाह भविष्यद्वक्ता के द्वारा यह घोषित किया, “तुम्हारे आगे आगे पहाड़ और पहाड़ियाँ गला खोलकर जयजयकार करेंगी, और मैदान के सब वृक्ष आनन्द के मारे ताली बजाएँगे.” (यशायाह 55:12) गाते पहाड़? ताली बजाने वाले पेड़? क्यों नहीं? पौलुस ने लिखा की “कि सृष्‍टि भी आप ही विनाश के दासत्व से छुटकारा पाकर, परमेश्वर की सन्तानों की महिमा की स्वतंत्रता प्राप्त करेगी।” (रोमियों 8:21)।

यीशु ने एक बार पत्थरों के चिल्लाने की बात कही थी (लुका 19:40), और उनके बारे में जो उसके पास उद्धार के लिए आते हैं आगे क्या है, उसके शब्द यशायाह के भविष्यवाणी में गूंजता है। जब हम उसकी ओर विश्वास से देखते है और उसकी कल्पना करते हैं जो केवल परमेश्वर कर सकता है, हम उसके आश्चर्य देखेंगे और हमेशा के लिए जारी रखेंगे!